कोशिका विभाजन क्या है?:- कोशिका विभाजन तब होता है जब एक मूल कोशिका दो या अधिक कोशिकाओं में विभाजित हो जाती है जिन्हें संतति कोशिकाएँ कहते हैं। कोशिका विभाजन आमतौर पर एक बड़े कोशिका चक्र के हिस्से के रूप में होता है। सभी कोशिकाएँ दो में विभाजित होकर प्रजनन करती हैं, जहाँ प्रत्येक पैतृक कोशिका दो संतति कोशिकाओं को जन्म देती है।
ये नव निर्मित संतति कोशिकाएं स्वयं विभाजित होकर वृद्धि कर सकती हैं, जिससे एक नई कोशिका आबादी का निर्माण होता है, जो एक एकल पैतृक कोशिका और उसके वंशज के विभाजन और वृद्धि से बनती है। सर्वप्रथम कोशिका सिद्धांत से यह स्पष्ट हुआ था कि नए कोशिका का निर्माण पहले से मौजूद कोशिका के द्वारा होता है और इसमें केन्द्रक की भूमिका सर्वाधिक महत्वपूर्ण होता है।
कोशिका विभाजन क्या है?
जिस जैविक प्रकिया (Biological Process) द्वारा एक कोशिका विभाजित होकर दो या दो से अधिक कोशिकाएँ उत्पन्न करती हैं उसे कोशिका विभाजन (Cell division) कहते हैं। अर्थात, पुरानी कोशिका विभाजित होकर एक नयी कोशिकाओं का निर्माण करना कोशिका विभाजन कहलाता है। 1955 ई. में सर्वप्रथम विरचाऊ ने कोशिका विभाजन को देखा था। कोशिका-विभाजन वस्तुतः कोशिका चक्र (cell cycle) का एक चरण है। विभाजित होने वाली कोशिका मातृकोशिका एवं विभाजन के फलस्वरूप बनने वाली कोशिकाएँ पुत्री कोशिका कहलाती हैं।
कोशिका का विभाजन
कोशिका विभाजन तीन प्रकार से होता है-
- असूत्री कोशिका विभाजन
- समसूत्री कोशिका विभाजन
- अर्धसूत्री कोशिका विभाजन
असूत्री कोशिका विभाजन (Amitosis cell Division)
इस विभाजन में सबसे पहले केन्द्रक (Nucleus) लंबा होता और फिर बीच से टूटकर दो भागों में बँट जाता है । इस तरह के केन्द्रक से दो केन्द्रक बन जाते है। इसके बाद कोशिकाद्रव्य (Cyctoplasm) का दो भागों में विभाजन होता है और प्रत्येक भाग एक-एक केन्द्रक को घेरकर दो कोशिकाएं बना लेती है। असूत्री कोशिका विभाजन मे क्रोमोजोम का निर्माण नहीं होता है और ना ही केन्द्रक झिल्ली (Cell membrane) का लोप होता है। जीवाणु तथा रोगग्रस्त कोशिका में असूत्री विभाजन होता है।
समसूत्री कोशिका विभाजन (Mitosis cell Division)
इस कोशिका विभाजन की खोज वाल्टर फ्लेमिंग ने किया था। यह कोशिका विभाजन जन्तु और पौधे का कायिक कोशिका (Somatic cell) में होता है। समसूत्री कोशिका विभाजन के दो अवस्था है-
- कैरियोंकिनेसीस (karyokinesis):- इस अवस्था में कोशिका के केन्द्रक का विभाजन होता है। कैरियोंकिनेसीस अवस्था चार अवस्थाओं से गुजरकर समाप्त है। यह चार अवस्था क्रमिक रूप से इस प्रकार है-
- प्रोफेज
- मेटाफेज
- एनाफेज
- टेलोफेज
- साइटोकिनेसिस (Cytokinesis):- इस अवस्था में कोशिकाद्रव्य का विभाजन होता है। यह अवस्था कैरियोंकिनेसीस के समाप्त होने के बाद शुरु होता है। यह अवस्था पौधों तथा जन्तु में एक समान रूप से नहीं होती है।
जन्तु कोशिका में टेलीफेज अवस्था के बाद कोशिकाद्रव्य (Cytoplasm) बीचों-बीच अंदर धँसकर दो भागों में बँट जाता है। लेकिन पादप के कोशिकाद्रव्य अंदर की ओर धँसकर विभाजित नहीं होती है। पादप के कोशिकाद्रव्य के मध्य एक कोशिका पट्टी (Cell plate) का निर्माण होता है। जिसके बाद कोशिका पट्टी के दोनों ओर सेल्यूलोज की दीवार बन जाती है और अंततः कोशिकाद्रव्य दो हिस्सों मे विभाजित हो जाती है।
इस तरह कैरियोंकिनेसीस और साइटोकिनेसिस अवस्था के बाद एक कोशिका से दो कोशिका बनते हैं और प्रत्येक में क्रोमोजोम की संख्या बराबर होती है। नए बने कोशिका में क्रोमोजोम की संख्या उतनी ही होती है जितनी जनक कोशिका (Parent Cell) में होती है।
अर्द्धसूत्री कोशिका विभाजन (Meisosi cell Division)
यह विभाजन जनन कोशिका के परिपक्व हो जाने पर होता है। यह विभाजन जनन कोशिका में होता है जिसके फलस्वरूप अगुणित युग्मक (Haploid Gamit) जैसे- शुक्राणु कोशिका (Sperm cell) अंडाणु कोशिका (Ova cell) बनते हैं जो जनन की प्रक्रिया में होनेवाले निषेचन में भाग लेते हैं। अर्द्धसूत्री विभाजन दो चरण में सम्पन्न होता है। पहला चरण को Reduction Division या Meiosis-I कहा जाता है। दूसरा चरण को Homotypic Division या Meiosis-II कहा जाता है।
अर्द्धसूत्री विभाजन का Reduction Division या प्रथम विभाजन निम्न अवस्था से गुजरकर पूर्ण होती है-
- Prophase-I
- Metaphase-I
- Anaphase-I
- Telophase-I
अर्द्धसूत्री विभाजन के Reduction Division (प्रथम चरण) के Prophase-I की अवस्था निम्नलिखित चरणों मे पूर्ण होती है-
- Leptotene
- Zygotene
- Pachytene
- Piplotene
- Diakinesis
Reduction Division समाप्त होने पर कोशिकाद्रव्य विभाजित होकर दो अनुजात कोशिका बनाता है। इसकी गुणसूत्र की संख्या समान होती है परंतु अगुणित (Hyploid) होती है। Meiosis-II अवस्था Mitosis Division के तरह ही सम्पन्न होती है। इस द्वितीय चरण में निम्नलिखित अवस्थाएं होती है-
- Prophase-II
- Metaphase-II
- Anaphase-II
- Telophase-II
Meiosis-II सम्पन्न होने पर दो कोशिका बनाती है जिसमें गुणसूत्रों की संख्या समान परंतु अगुणित होती है। Meiosis Division के दोनों चरण समाप्त होने पर एक कोशिका से चार कोशिकाओं का निर्माण होता है। Meiosis Division से बने अगुणित कोशिका (Haploid cell) निषेचन के दौरान आपस में मिलकर Zygote (युग्मनज) या द्विगुणित कोशिका (Deloid Cell) में बदल जाता है।