ज्वालामुखी क्या है तथा उत्पत्ति कैसे हुई?
पृथ्वी के अन्दर का पिघला पदार्थ, जो ज्वालामुखी से बाहर निकलता है, भूराल या लावा (Lava) कहलाता है। यह बहुत ही गर्म और लाल रंग का होता है।
बोगजकोई अभिलेख कहाँ है? इसके क्या महत्व है?
बोगजकोई अभिलेख (Bogazkoi inscription) एशिया माइनर (तुर्की) 1400 ईसा पूर्व का अभिलेख जिसे 1907 ईस्वी में वींकलर महोदय (Hugo Wikler) द्वारा खोजा गया। जहाँ से महत्त्वपूर्ण पुरातत्त्व सम्बन्धी अवशेष प्राप्त…
मैग्नेटोस्फीयर क्या है और इसकी उत्पत्ति कैसे होती है?
मैग्नेटोस्फीयर (Magnetosphere) पृथ्वी के चारों फैला वह क्षेत्र है जिसमें पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र का विशेष प्रभाव रहता है। सौरमंडल के अन्य ग्रहों में भी इस प्रकार के चुम्बकीय मंडल…
हड़प्पा सभ्यता के उद्योग, मनके, व्यापार और वाणिज्य
हड़प्पा सभ्यता के उद्योग अच्छे स्तिथि मे थी और हड़प्पा सभ्यता के लोगों के व्यापार और वाणिज्य विदेशी शासकों के साथ भी था
सूर्य और उसकी संरचना
The sun and its structure - सूर्य (Sun) हमारे सौर मंडल के केंद्र में स्थित एक 4.5 अरब साल पुराना तारा है जिसके अंदर चमकीली गैसें हैं। सूर्य (Sun) का…
पौधों और जानवरों का संरक्षण
पौधों और जानवरों का संरक्षण पृथ्वी पर मौजूद पौधों और जानवरों की किस्में मानव जाति की भलाई और अस्तित्व के लिए आवश्यक हैं।
सिन्धु घाटी सभ्यता: इतिहास, भौगोलिक विस्तार, नगर योजना व प्रमुख स्थल
सैन्धव सभ्यता (Indus Valley Civilization) के लिए सामान्यतः तीन नामों का प्रयोग होता है - "सिन्धु सरस्वती सभ्यता", "सिन्धु घाटी की सभ्यता" और "हड़प्पा सभ्यता"।
ऋग्वैदिक काल की राजनीतिक, धार्मिक, आर्थिक स्थिति कैसी थी?
ऋग्वैदिक काल 1500-1000 ई.पू. ऋग्वैदिक काल (Rigvedic Period) (1500 ई.पू. से 1000 ई.पू.) तक माना जाता है। "ऋग्वेद संहिता" की रचना इस काल में हुई थी। इस काल की जानकारी…
पर्यावरण संरक्षण अधिनियम 1986: मुख्य प्रावधान और महत्व
पर्यावरण संरक्षण अधिनियम, 1986** भारत में पर्यावरण सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण कानून है। इस अधिनियम का उद्देश्य प्रदूषण को नियंत्रित करना, प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण करना, और पर्यावरण की…
भारतीय प्राचीन इतिहास को जानने के स्रोत
प्राचीन भारतीय इतिहास (Indian Ancient History) की जानकारी के बारे में जानने के लिए विभिन्न स्रोतों का सहारा लेना पड़ता है। जिनमें से ये तीन महत्वपूर्ण स्रोत हैं- पुरातात्विक स्रोत…